राजस्थान सरकार द्वारा पेंशन को लेकर राजस्थान बजट में की गई एक घोषणा को इतना पसंद किया जा रहा है कि पूरे देश में वो चर्चा का विषय बन गई है. बात कर रहें हैं 2004 में बंद हुई पुरानी पेंशन योजना की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से लागू करने की घोषणा कर दी है. घोषणा के बाद से प्रदेश के कर्मचारियों में खुशी का माहौल है तो वहीं, देश के अन्य राज्यों में भी कर्मचारी अपनी सरकारों से इस योजना को लागू करने की मांग लगातार उठा रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री ने ओल्ड पेंशन स्कीम को सामाजिक आर्थिक सुरक्षा का कवच करार दिया है. उन्होंने उम्मीद जतायी है कि राज्य में इसे फिर से लागू करने के उनके निर्णय से भविष्य में अधिक संख्या में प्रतिभाशाली युवा राजकीय सेवा की तरफ आकर्षित होंगे I राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना लागू होने के बाद रिटायर्ड होने पर अब कर्मचारियों को पूरी पेंशन मिलेगी.
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Rajasthan Pension Scheme
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2004 में लागू हुई थी नई पेंशन स्कीम (NPS)
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OPS (ओल्ड पेंशन स्कीम) और NPS (न्यू पेंशन स्कीम) में अंतर
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राजस्थान में लागू हुई पुरानी पेंशन स्कीम
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प्रदेश के साढे़ 5 लाख कर्मचारी खुश
Rajasthan Pension Scheme
नई पेंशन योजना को लागू करने का उद्देश्य आने वाले सालों में सरकार के कंधे से पेंशन भुगतान का बोझ समाप्त करने का था. देशभर में सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन की बहाली के लिए लंबे समय से मांग कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने नई पेंशन योजना लागू की तो इसे राज्य के लिए अनिवार्य नहीं किया लेकिन पश्चिम बंगाल को छोड़कर धीरे-धीरे तमाम राज्यों ने इसे लागू कर दिया. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 15वीं विधानसभा में राज्य के बजट 2022-23 की घोषणा के दौरान पुरानी पेंशन योजना को लागू करने का फैसला किया.
2004 में लागू हुई थी नई पेंशन स्कीम (NPS)
एक अप्रैल 2004 में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने डिफेंस सर्विसेज को छोड़कर बाकी सरकारी सेवाओं में नई पेंशन स्कीम लागू कर दी थी. एक अप्रैल 2004 के बाद सरकारी सेवा ज्वाइन करने वाले कर्मचारियों को नई पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है. सरकार ने इसे राज्यों के लिए अनिवार्य नहीं किया था, लेकिन धीरे-धीरे अधिकतर राज्यों ने अपने यहां भी नई पेंशन स्कीम लागू कर ली थी.
OPS (ओल्ड पेंशन स्कीम) और NPS (न्यू पेंशन स्कीम) में अंतर
- ओल्ड पेंशन स्कीम में पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है, जबकि न्यू पेंशन स्कीम में कर्मचारी के वेतन से 10% (बेसिक+DA) की कटौती की जाती है।
- पुरानी पेंशन योजना में जीपीएफ जनरल प्रोविडेंट फंड की सुविधा है, जबकि न्यू पेंशन स्कीम में जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) की सुविधा को नहीं जोड़ा गया है।
- पुरानी पेंशन योजना एक सुरक्षित पेंशन योजना है। इसका भुगतान सरकार की ट्रेजरी के जरिए किया जाता है, जबकि नई पेंशन योजना शेयर बाजार आधारित है। बाजार की चाल के आधार पर ही भुगतान होता है।
- पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेंट के समय अंतिम बेसिक सैलरी के 50 फीसदी तक निश्चित पेंशन मिलती है। न्यू पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट (सेवानिवृत्ति) के समय निश्चित पेंशन की कोई गारंटी नहीं है।
- पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेंट के बाद 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिलती है। न्यू पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट (सेवानिवृत्ति) के समय ग्रेच्युटी का अस्थाई प्रावधान है।
- पुरानी पेंशन योजना में 6 माह बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता (DA) लागू होता है। न्यू पेंशन स्कीम में 6 माह बाद मिलने वाला महंगाई भत्ता लागू नहीं होता।
- पुरानी पेंशन योजना में सेवानिवृत्ति पर GPF के ब्याज पर किसी प्रकार का इनकम टैक्स नहीं लगता है। न्यू पेंशन स्कीम में सेवानिवृत्ति (रिटायरमेंट) पर शेयर बाजार के आधार पर जो पैसा मिलेगा उस पर टैक्स देना पड़ेगा।
- पुरानी पेंशन स्कीम में नौकरी के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन का प्रावधान है। न्यू पेंशन स्कीम में सर्विस के दौरान मृत्यु पर फैमिली पेंशन मिलती है, लेकिन योजना में जमा पैसे सरकार की हो जाती है।
- पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेंट (सेवानिवृत्ति) के समय पेंशन प्राप्त करने GPF से कोई निवेश नहीं करना पड़ता है। न्यू पेंशन स्कीम में सेवानिवृत्ति पर पेंशन पाने न्यू पेंशन स्कीम फंड से 40 फीसदी रकम निवेश करना होता है।
राजस्थान में लागू हुई पुरानी पेंशन स्कीम
राजस्थान सरकार द्वारा पेंशन को लेकर की गई घोषणा से एक बार फिर से पेंशन मुद्दा चर्चा में आ गया है. राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना लागू होने के बाद रिटायर्ड होने पर अब कर्मचारियों को पूरी पेंशन मिलेगी. पुरानी पेंशन लागू होने से अंशदायी पेंशन योजना खत्म होगी और 2004 से पहले वाली पुरानी पेंशन प्रणाली फिर से सरकारी कर्मचारियों के लिए बहाल होगी. पुरानी पेंशन योजना के तहत इसमें वेतन की आधी पेंशन मिलेगी, जबकि नए पेंशन सिस्टम में कर्मचारियों को खुद पैसा कटवाना होता था. इसके साथ ही अब पुरानी पेंशन बहाल होने से सरकारी कर्मचारियों ने इस फैसले का स्वागत किया और प्रदेशभर में जश्न मनाया जा रहा है.
प्रदेश के साढे़ 5 लाख कर्मचारी खुश
पुरानी पेंशन स्कीम को पुन: लागू करने की घोषणा करने पर प्रदेश के साढे 5 लाख कर्मचारियों में खुशी की लहर है। हजारों कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवीन पेंशन योजना के कारण कई सेवानिवृत कर्मचारियों को जीवन यापन करने में परेशानी का सामना करना पड़ता था। सेवानिवृत कर्मचारियों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए पुरानी पेंशन योजना लागू किए जाने का निर्णय लिया गया है।