क्या है NFT जिससे करोड़ों कमा रहे अमिताभ बच्चन, जानिए आप कैसे कर सकते हैं लाखों की कमाई!

कुछ समय पहले ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने अपना ट्वीट (Jack Dorsey Tweet) एनएफटी (NFT) के तौर पर नीलाम किया था, जो 24 लाख डॉलर यानी 17 करोड़ रुपये में बिका था। एनएफटी कमाई का वो जरिया है, जिससे महानायक अमिताभ बच्चन करोड़ों रुपये कमाए (Big-B earning by NFT) हैं। NFT का इस्तेमाल डिजिटल आर्ट और डिजिटली मौजूद चीजों के लिए हो रहा है। इसका एक यूनीक कोड होता है, जो डिजिटल दुनिया में किसी और का नहीं हो सकता।

 

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अक्सर ही एनएफटी (NFT) यानी नॉन-फंजिबल टोकन चर्चा में आता रहता है। सोशल मीडिया पर अक्सर लोग इसकी चर्चा करते रहते हैं। कुछ समय पहले ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने अपना ट्वीट (Jack Dorsey Tweet) एनएफटी (NFT) के तौर पर नीलाम किया था, जो 24 लाख डॉलर यानी 17 करोड़ रुपये में बिका था। एक 10 सेकंड की वीडियो क्लिप एनएफटी के तौर पर करीब 66 लाख डॉलर यानी करीब 48.44 करोड़ रुपये में बिकी थी। एनएफटी कमाई का वो जरिया है, जिससे महानायक अमिताभ बच्चन करोड़ों रुपये कमाए (Big-B earning by NFT) हैं। उन्होंने एनएफटी कलेक्शन से 7.18 करोड़ रुपये कमाए, जिसमें मधुशाला की प्रति, साइन वाले पोस्टर और कुछ अन्य चीजें शामिल थीं। अगर आप भी चाहें तो एनएफटी के जरिए मोटी कमाई कर सकते हैं, बस आपको कुछ बातें समझनी होंगी।

 

आखिर क्या है NFT?

 

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NFT का इस्तेमाल डिजिटल आर्ट और डिजिटली मौजूद चीजों के लिए हो रहा है। फंजिबल का अर्थ है कि दो चीजें आपस में इंटरचेंजेबल हैं, जैसे कि 100 रुपये के नोट। डिजिटल आर्ट भी अनलिमिटेड हो सकती हैं और एक डिजिटल आर्ट की कई कॉपी बनाई जा सकती हैं। लेकिन NFT का इस्तेमाल कर एक आर्टिस्ट एक कॉपी को ओरिजिनल करार दे सकता है। यही वजह है कि बीपल नाम के आर्टिस्ट के कोलाज ‘Everydays–The First 5000 Days’ की लाखों कॉपीज में से एक ओरिजिनल कॉपी एक नीलामी के दौरान 517 करोड़ रुपये में बिकी। नॉन फंजिबल को यूनीक भी कह सकते हैं। NFT की मदद से बीपल ने अपने ओरिजनल आर्टवर्क को ओरिजनल साबित किया।

 

एक उदाहरण से समझते हैं एनएफटी

 

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मान लीजिए कि आपके पास 100 रुपये का एक नोट है। इसे किसी दूसरे 100 रुपये के नोट से बदला जा सकता है, इसलिए यह फंजीबल असेट है। वहीं अगर आपके पास एक क्रिप्टोकरंसी है तो आप उसे भी दूसरी क्रिप्टोकरंसी से बदल सकते हैं। लेकिन अगर नॉन फंजीबल असेट की बात करें तो यह वो डिजिटल असेट होते हैं, जिन्हें किसी दूसरी चीज के साथ बदल नहीं सकते। जैसे जैक डोर्सी का पहला ट्वीट एनएफटी हो गया तो उसे किसी दूसरे ट्वीट के साथ बदल नहीं सकते हैं। इस तरह आर्ट पीस, म्यूजिक, गेम, वीडियो आदि को डिजिटल दुनिया में एनएफटी के रूप में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के जरिए रखा जाता है। इसका एक यूनीक कोड होता है, जो डिजिटल दुनिया में किसी और का नहीं हो सकता।

 

कैसे इस्तेमाल किया जाता है एनएफटी का?

 

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एनएफटी किसी भी आर्टिस्ट और कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी कीमती चीजों को मॉनेटाइज करने यानी बेचने के लिए बड़ा प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है। मतलब अब यूनीक और कीमती चीजों की नीलामी के लिए किसी ऑक्शन हाउस की जरूरत नहीं, आप उसे एनएफटी के तौर पर नीलाम कर सकते हैं। इसका एक बड़ा फायदा ये भी है कि अगर इस एनएफटी कहीं और बेचा जाता है तो उस पर आर्टिस्ट को रॉयल्टी भी मिलती है। ठीक उसी तरह जैसे कॉपीराइट वाले किसी गाने, म्यूजिक, किताब आदि की बिक्री से किताब के लेखक को रॉयल्टी मिलती है।

 

कहां और कैसे बेच सकते हैं एनएफटी?

 

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एनएफटी को कई जगहों पर बेचा जा सकता है। इनमें से कुछ OpenSea, Rarible, SuperRare जैसे प्लेटफॉर्म हैं। अपनी किसी चीज को एनएफटी के तौर पर बेचने के लिए पहले आपको एक वॉलेट बनाना होगा और उसमें इथेरियम क्रिप्टोकरंसी रखनी होगी, क्योंकि अधिकतर एनएफटी प्लेटफॉर्म इथेरियम पर ही बने हैं। वॉलेट में कुछ इथेरियम होना जरूरी है, जिससे ट्रांजेक्शन फीस चुकाई जा सके। इसके बाद आपको जो चीज बेचनी है, उसे एनएफटी मार्केटप्लेट पर डालना होगा, जिसका अधिकतम साइज 100 एमबी तक हो सकता है। अपनी एनएफटी के लिए अधिक से अधिक कीमत पानी है तो उसे तमाम जगहों पर प्रमोट जरूर करें, ताकि नीलामी अधिक से अधिक कीमत में हो सके।

 

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड

 

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NFT भी बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होती है। NFTs यूनीक एसेट क्लास हैं, जिन्हें थर्ड पार्टी की मदद के बिना ऑनलाइन क्रिएट किया जा सकता है, रखा जा सकता है और ट्रेड किया जा सकता है। ब्लॉकचेन एक ऐसा डेटाबेस है, जहां जानकारी/सूचना ब्लॉक्स में स्टोर रहती है। ये ब्लॉक्स एक चेन के जरिए आपस में जुड़े रहते हैं। उदाहरण के लिए बिटक्वॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी डिसेंट्रलाइज्ड ब्लॉकचेन पर आधारित होती हैं। इसमें हर ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड तो होता है लेकिन व्यक्ति डेटा को कंट्रोल नहीं कर सकता। जानकारी कई कंप्यूटर्स में सेव रहती है। इसके चलते डिटेल्स में बदलाव करना, हैक करना या सिस्टम के साथ धोखाधड़ी असंभव होती है। क्रिप्टोकरेंसी के जरिए होने वाला हर ट्रांजेक्शन अपने आप अपडेट हो जाता है।

 

NFT आर्टवर्क में होती है यह खासियत

 

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NFTs है तो कुछ साल पहले से लेकिन महामारी काल में NFTs में दुनिया की रुचि जागी। जब आर्ट और एंटरटेनमेंट वेन्यू बंद थे, तो आर्टिस्ट और एंटरटेनर्स ने लोगों व खरीदारों से जुड़ने के नए रास्ते तलाशे। NFTs डिजिटल सामान में कुछ गुण भर देती है, जिससे उनकी कीमत तय करना संभव होता है। उदाहरण के लिए जो कोलाज 7 करोड़ डॉलर में बिका, उसकी खासियत यह थी कि उसमें आर्टिस्ट के विशेष ब्लॉकचेन पर किए हुए सिग्नेचर की फाइल मौजूद थी। NFTs वायरल मीम्स के क्रिएटर्स को उनके सिग्नेचर वाली कॉपी की बिक्री करने की इजाजत देती है। NFT कोड की लाइन्स से ज्यादा कुछ नहीं है। ये ब्लॉकचेन पर इसे रजिस्टर कर आर्टवर्क की यूनीकनेस को स्थापित करते हैं।

 

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