Evolution of Mobile Communication From 1G to 5GTechnology

आज  हम सब लोग  इंटरनेट से अच्छी तरह से परिचित है, और अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल  भी करते है तो 1G, 2G,3G, 4G और 5G के बारे में ज़रूर सुना होगा लेकिन शायद आपको यह न पता हो की आखिर यह 1G, 2G, 3G, 4G और 5G है क्या ? इसीलिए आज की इस  पोस्ट में हम जानेंगे की 1G, 2G, 3G, 4G और 5G Technology क्या है? और 1G, 2G, 3G, 4G और 5G Technology में क्या अंतर है। दक्षिण कोरिया 5G को व्यावसायिक रूप से लॉन्च करने वाला पहला देश बन गया है। मोबाइल डिवाइस हमारी दुनिया को ऐसे तरीकों से पुनर्व्यवस्थित किया है, जिनकी हम कभी भी भविष्यवाणी नहीं कर सकते थे। 1973 में पहला मोबाइल फ़ोन कॉल वापस करने के बाद मोबाइल उद्योग में बहुत तरक्क़ी हुई है। बहुत कम लोगो को अक्सर ‘G’ के बारे मे पता नहीं होता हैं बल्कि वो अपने mobile मे इसका इस्तेमाल भी करते हैं, कभी आपने सोचा है कि 1g, 2g, 3g, 4g या 5g में ’g’ अक्षर का क्या मतलब है…? ‘G’ का सिम्पली अर्थ ‘Generation’ है। इसका कनेक्शन सीधा इंटरनेट के गति के सिग्नल पर निर्भर है। हर एक जनरेशन में अलग-अलग telephone के network standards होते हैं, जो किसी विशेषकर mobile phone system में हुए उनके बदलाव फ़ीचर्स के बारे में बताता है। ये सिग्नल की परिभाषा के लिए आप होम स्क्रीन के सिग्नल बार के ठीक बगल में 2G, 3G, 4G आदि जैसे अल्फाबेट्स में दिखाई देते होंगे। हर टेलीफोन नेटवर्क को जनरेशन के हिसाब से परिभाषित किया गया है। जो एक मोबाइल फ़ोन के सिस्टम के तकनीकी कार्यान्वयन का विस्तार है। जब गति बढ़ जाती है जाती है, तब उस गति को प्राप्त करनेवाली तकनीक भी बढ़ जाती है।

 

 

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सन 1980 से लगभग हर एक दशक मे एक-एक network generation का विकास हुआ है जो कुल 4 दशक (1g, 2g, 3g, 4g) आता है और अब 5g network जल्द ही लॉंच होने की उम्मीद हैं। 1980 में इस सफर की शुरुआत 1G (first generation) से की गयी थी वहीं समय के साथ-साथ इसमें ऐसे बहुत से बदलाव आये जैसे 2G, 2.5G, 3G और 4g पीढ़िया आयीं लेकिन सभी में परिवर्तन के साथ-साथ सुधार होती गयी और अब 5G तक जारी हैं। वर्तमान समय में, जैसा कि आप जानते हैं, हम सब अपने mobile मे वायरलेस कम्युनिकेशन टेक्नालजी की 4th network generation का इस्तेमाल कर रहे हैं। आइये अब देखते हैं जहां से ये 1g से लेकर 4g तक वायरलेस नेटवर्क जनरेशन की शुरूआत हुई।

 

1   1G – First Generation/Voice Call /Era 1987-1991-

 

1G जेनेरेशन के बारे मे बहुत कम लोग जानते होंगे यह सबसे पुराना cellular नेटवर्क सिस्टम हैं जो पहली बार mobile network generation की शुरुआत 1g (first generation) से हुई थी. 1st जेनेरेशन को वायरलेस कम्युनिकेशन टेक्नालजी का जनक माना जाता हैं यह सन 1980 में लॉन्च किया गया था. 1g नेटवर्क वायरलेस मोबाइल कम्युनिकेशन की first जेनेरेशन हैं ये डाटा को ट्रांसमीट करने लिए अनालोग सिग्नल पर काम करती थी। first जेनेरेशन mobile नेटवर्क मे बहुत सारी सीमाएं (limits) थी, फिर भी इसकी शुरुआत हुई थी क्योकि इसने पहली बार एक दूसरे से ‘संचार’ (Communication) करने दिशा को संभव बनाया था। इस मोबाइल network से सिर्फ कॉल कर सकते थे बाकी कोई और दूसरे फीचर्स नहीं थे। इसमे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को एक लिमिट दूरी तक ही सिर्फ कॉल कर सकते थे। इसकी इंटरनेट स्पीड क्षमता 2.4 kbps थी ये उस generation की एक नयी टेक्नालजी थी, इसलिए ये उस समय सेलुलर फोन्स महँगे भी होते थे।

 

1G की कुछ प्रमुख विशेषताएँ:

 

  • पहली वायरलेस 1g telecommunication टेक्नालजी थी

  • 1g इंटरनेट स्पीड 2.4 kbps तक थी

  • 1st generation cellular नेटवर्क अनालोग सिग्नल पर काम करती थी

  • AMPS (Advanced Mobile Phone Service) या अनालोग सिग्नल टेलीफोन को सबसे पहले 1g मोबाइल सिस्टम में USA में लॉन्च किया गया था

 

1G के कमी (Drawback):

 

  • वॉइस की अच्छी गुणवत्ता नहीं थी

  • फोन की बैटरी लाइफ सीमित थी

  • 1G cellular फोन की साइज़ बड़ी थी

  • इस जेनेरेशन के network मे कोई भी डाटा सुरक्षित नहीं था

  • फ़र्स्ट जेनेरेशन के सेलफोन की खराब हेंडसेट क्वालिटी और पोर्टबल भी नहीं था

 

2   2G – Second Generation/2G- SMS and MMS/Era 1991-2000

 

2G का फुल-फॉर्म ‘Second Generation‘ और hindi में ‘दूसरी पीढ़ी’ कहते हैं। 2G technology सबसे पहला डिजिटल cellular नेटवर्क है, जिसमें बेहतर क्वालिटी की आवाज के साथ 1G से ज्‍यादा सुरक्षित भी था। 2g mobile network की दूसरी जेनेरेशन है जो पहली बार डिजिटल सिग्नल का इस्तेमाल किया गया. यह फिनलेंड मे 1991 मे लॉंच किया गया जिसमे GSM टेक्नालजी का इस्तेमाल किया गया था। 2g नेटवर्क की ट्रान्सफर डाटा स्पीड लगभग 64 kbps तक थी। 2nd जेनेरेशन नेटवर्क टेलीफोन technology से कॉल के साथ-साथ टेक्स्ट मैसेज, पिक्चर मैसेज, और पिक्चर मैसेज जैसी इंटरनेट डेटा सेवाओं की शुरुआत हुई लेकिन वीडियो कॉल, वीडियो कांफ्रेसिंग, मोबाइल टेलीविजन और मल्टीमिडिया सर्विस के मामले में अभी 2G सफल नहीं था।

 

2G की कुछ प्रमुख विशेषताए:

 

  • 2G network वर्ष 1991 मे सबसे पहले फ़िनलेंड मे लॉंच किया गया था

  • 2जी नेटवर्क एनालॉग के बजाय डिजिटल सिग्नल का उपयोग किया गया

  • इसकी इंटरनेट डाटा स्पीड 64 kbps से ज्यादा थी

  • 2nd जेनेरेशन मे SMS और MMS, Picture SMS जैसी मल्टिमीडिया सेवाए उपलब्ध थी

  • 1g से बेहतर गुणवत्ता वाले वॉइस कॉल प्रदान किए

  • 2जी technology 2nd generation थी जो GSM/CDMA पर आधारित था

 

2G के कमी (Drawback):

 

  • 2g नेटवर्क के फोन की डिजिटल सिग्नल strong नहीं होते थे जिससे बात करने समय कॉल कट जाते थे

  • इस 2g नेटवर्क से वीडियो जैसे बड़े डेटा नहीं चला सकते थे

  • 2g mobile network मे सिग्नल समस्या होती थी यदि किसी specific क्षेत्र मे अच्छा नेटवर्क coverage नहीं हैं

  • 2.5 g और 2.75g network

  • 2G technology के कुछ साल बाद mobile network का नया वर्जन 2.5 g और 2.75G network technology आया, जो इंटरनेट डेटा सेवाओं की स्पीड की गति (GPRS और EDGE) में कुछ सुधार आया. 2.5g का इस्तेमाल वायरलेस एप्लिकेशन प्रोटोकोल (Wireless Application Protocol), मल्टीमिडिया मेसेजिंग सर्विस (MMS) के आने जाने, E-mail तथा वर्ल्डवाइड वेब एक्सेस (World Wide Web access) जैसी इंटरनेट संचार सेवाओं के लिए किया जाने लगा।

  • 2.5G या GPRS (सामान्य पैकेट रेडियो सेवा) के साथ डेटा ट्रांसफर की गति लगभग 48 kbps से 120 kbps थी और 2.75G जो EDGE (एन्हांस्ड डेटा GSM एनवायरनमेंट) पर आधारित है इसके सिद्धांत के अनुसार डेटा ट्रांसफर स्पीड 384 kbps (वास्तविक मे 100 kbps के नीचे) तक था। 2.75G या EDGE डेटा कनेक्टिविटी GPRS (2G और 2.5G) कनेक्शन की तुलना में इंटरनेट की स्पीड फास्ट है, लेकिन आमतौर पर 3g नेटवर्क की तुलना में धीमा है।

 

2.5 G and 2.75g की प्रमुख विशेषताए:

 

  • फोन कॉल आसानी से कर सकते है

  • ईमेल मैसेज send और recieve कर सकते है

  • वेब ब्राउज़िंग access कर सकते हैं

  • इंटरनेट स्पीड: 64 – 144 kbps से 384 kbps तक हुआ

  • कैमरा फीचर्स के साथ मोबाइल आया

  • एक mp3 गाना डाउनलोड करने के लिए सिर्फ 6-7 समय लिया

 

3   3G – Second Generation/ /Era 2000-2010/3G- Mobile Data, Video Calling, and High Speed -

 

3G technology को वायरलेस mobile नेटवर्क की “3rd Generation” कहतें है। यह वर्ष 2001 विकसित किया गया। 3g टेक्नालजी विशेषकर मल्टिमीडिया सेलफोन के लिए बनाया गया जिन्हें आमतौर पर hindi मे ‘स्मार्टफोन’ कहते हैं। 3g network मे हाई स्पीड बैंडविड्थ और डाटा ट्रंजमिशन की स्पीड पिछले 2g जेनेरेशन से ज्यादा 144 kbps से बढ़कर 2.05 mbps तक हुई, जिससे एक साथ टेलीफोन कॉल, इंटरनेट चलाने, e-mail का आदान-प्रदान करने और आसानी से messages को भेजने मदद मिला। 3rd generation मे ऑडियो और वीडियो के कोडेक्स में नये फीचर्स आए जिसमे बेहतर वॉयस कॉलिंग क्वालिटी दी गयी। 3g जेनेरेशन में वीडियो कॉल, टीवी स्ट्रीमिंग, 3d गेम्स, बड़ी फाइल्स को ट्रांसफर करना, मल्टीमीडिया एप्लीकेशन, यूट्यूब, हाई डाटा स्पीड और बहुत सारी फीचर्स लांच किए गए। 3g के आने के बाद ही कंपनियों ने नए-नए डाटा प्लान्स भी शुरू किये। ये बात याद रहे जिस कैमरा वाले मोबाइल से हम Selfi लेते हैं वो 3G generation ही फ्रंट फेसिंग कैमरा की देन है। 3G network को IMT-2000 के नाम से भी जाना जाता है।

 

3G की कुछ प्रमुख विशेषताए:

 

  • 3G नेटवर्क में डाटा स्पीड 2.05 Mbps तक हुई

  • 3जी internet वेब ब्राउज़िंग स्पीड तेज हुई और अधिक सुरक्षित भी

  • 3g cellular नेटवर्क मे अधिक बैंडविड्थ, डाटा सुरक्षा और विश्वसनीयता बढ़ी

  • 3जी network में ऑडियो और वीडियो स्ट्रीमिंग के साथ मल्टीमीडिया सेवाएं उपलब्ध हुई

  • E-mail, fax और powerpoint फ़ाइलों को आसानी से send और receive कर सकते हैं

  • 3g नेटवर्क मे कम्युनिकेशन की स्पीड बेहतर हुई

  • विडियो कॉन्फ्रेंसिंग, 3d गेमिंग, मूवी स्ट्रीमिंग और TV स्ट्रीमिंग करना संभव हुआ

  • 3g की फ्रिक्वेन्सी बैंड 15-25 GHz हुई

  • 3जी internet से 3 मिनट गाने को डाउनलोड करने मे 11 सेकंड – 1.5 मिनट लिया

 

3G के कमी (Drawback):

 

  • 3जी डाटा सर्विस बहुत costly है

  • इस नेटवर्क मे डाटा ट्रान्सफर के लिए ज्यादे bandwidth की जरूरत पड़ती हैं

  • 3g के स्मार्टफोन महंगे थे

  • 3g सेलफोन की साइज़ बड़ी थी

  • इससे बिजली की खपत अधिक है

  • 3g नेटवर्क के base station को हर क्षेत्र मे विकसित करना एक चुनौतीपूर्ण था

  • Roaming और data / voice एक साथ काम नहीं कर सकता हैं

  • 3.5G हाई-स्पीड डाउनलिंक पैकेट एक्सेस (HSDPA)

  • 3.5G और 3.75G क्रमशः HSPA और HSPA+ हैं। जिनकी डाटा स्पीड क्रमशः 14Mbps और 168Mbps प्रदान करते हैं। 3.75G MIMO (मल्टीपल इनपुट और मल्टीपल आउटपुट) का इस्तेमाल करके तेज गति और कम विलंबता मे डाटा access करने में सक्षम हुआ।

 

4   4G – Fourth Generation/Era 2010-2020/4G – वर्तमान स्टैंडर्ड

 

4G नेटवर्क मोबाइल की 4th generation वायरलेस कम्यूनिकेशन टेक्नॉलाजी है। 4g वायरलेस टेक्नॉलाजी को hindi मे mobile network की ‘चौथी पीढ़ी’ कहते हैं, जो वर्ष 2011 मे शुरू हुआ था। 4g network डाटा की स्पीड 3g से कई गुना ज्यादा हैं, इसके नेटवर्क की अधिकतम स्पीड उच्च गतिशीलता संचार पर (जैसे कारों और ट्रेनों से) 100 mbps/sec है और कम गतिशीलता संचार पर (जैसे पैदल यात्री या स्थिर) स्पीड 1 Gbps/sec हैं। 4th generation के कई फ़ीचर्स 3G generation के समान है, क्योंकि यह आपको इंटरनेट ब्राउज़ करने, ऑनलाइन गेम खेलने, डाउनलोड करने और वीडियो स्ट्रीम करने के लिए हाई डेटा स्पीड उपयोग करने की अनुमति देता है, परन्तु यह सब 3G नेटवर्क से बहुत फास्‍ट चलता है। 3g नेटवर्क की तुलना में 4g बैंडविड्थ की स्पीड 200 mbps ज्यादा है, जो एक हाई क्वालिटी मूवी डाउनलोड करने के लिए लगभग 5-6 मिनट से कम समय लगता है। शुरुवात के दौर में 4g internet डेटा प्लान ज्यादा महंगे थे लेकिन जिओ सिम आने के बाद 4G network का इस्तेमाल लोग बड़ी तेज़ी से उपयोग करना चालू कर दिये। 4g technology दो तरह से इस्तेमाल होते हैं एक LTE और दूसरा VoLTE – LTE (Long Term Evolution) मोबाइल फोन और डेटा सेवा के लिए एक हाई स्पीड वायरलेस कम्यूनिकेशन का एक स्टैंडर्ड है। LTE में डाउनलोड क्षमता लगभग 100 Mbps/Sec और अपलोड क्षमता लगभग 50 Mbps/Sec तक होती है।VoLTE (Voice Over Long Term Evolution) यह फोन में वायस कॉल क्वालिटी और नटवर्क कनेक्टिविटी को और अधिक बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल करते है।

 

4G की कुछ प्रमुख विशेषताए:

 

  • बड़े data file को डाउनलोड और अपलोड करने के लिए इंटरनेट की स्पीड, 3g से कई गुना बढ़ोत्तरी हुई

  • 4g नेटवर्क से मल्टीमीडिया सेवाओं (वीडियो स्ट्रीमिंग, लाइव टीवी आदि) का उपयोग करने मे आसानी हुई

  • 4g wireless नेटवर्क मे ज्यादा सुरक्षा / गोपनीयता का विश्वास हुआ

  • जिओ सिम आने के बाद 4G internet डेटा प्लान थोड़ी सस्ती हुई

  • उच्च bandwidth के साथ अत्यधिक हाई connectivity और क्वालिटी वॉइस उपलब्ध हुई

  • 4g नेटवर्क से उच्च इंटरनेट स्पीड, social नेटवर्क, video/tv स्ट्रीमिंग, video कॉन्फ्रेंसिंग आदि का उपयोग आसानी से होने लगा

  • इंटरनेट की अधिकतम हाई डाटा स्पीड 100 Mbps से 1 Gbps हुई

  • MIMO (मल्टीपल इनपुट मल्टीपल आउटपुट) और OFDM (ऑर्थोगोनल फ्रिक्वेंसी डिवीजन मल्टीप्लेक्सिंग) उपयोग किया गया

 

4G के कमी (Drawback):

 

  • 4g टेक्नालजी 3g टेक्नालजी से अधिक महंगी हैं

  • यह बैटरी ज्यादा इस्तेमाल करती हैं

  • 4g नेटवर्क टेक्नालजी का इस्तेमाल करने के लिए नया 4g मोबाइल खरीदना पड़ता है

  • 4g नेटवर्क की कनेक्टिविटी विशिष्ट क्षेत्रों तक ही सीमित है

 

5   5G – Fifth Generation/Era 2020 - Upcoming

 

5G technology को hindi मे ‘5वीं जेनेरेशन’ कहते हैं। 5G technology वायरलेस mobile नेटवर्क की आने वाली 5वीं generation है, जो वर्तमान में चल रही 4G LTE (Long Term Evolution) स्टैण्डर्ड से भी ज्यादा फ़ास्ट चलने वाला है। इसकी कनेक्टिविटी, स्पीड, वॉइस क्वालिटी, सिक्योरिटी और अन्य फीचर्स पिछले सभी जनरेशन से सबसे बेहतर होगी। 5g network बिना किसी limitation के एक पूरी वायरलेस कम्युनिकेशन टेक्नालजी हैं, यह wwww (वायरलेस वर्ल्ड वाइड वेब) को सबसे ज्यादा सपोर्ट करता हैं। 2020 की शुरुआत के बाद 5G technology लॉन्च होने की उम्मीद है लेकिन अभी भी मौजूदा 4g वायरलेस network सिस्टम में बहुत सारे ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें अभी भी 4g नेटवर्क सुधार करने की बहुत जरूरत है। अब आने वाले समय मे 5G network हर उदधोग को प्रभावित करने वाला हैं, जिससे सुरक्षित परिवहन, दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा, कृषि सेवा, डिजिटाइज्ड लॉजिस्टिक्स और अधिक क्षेत्रो भी एक सफल कारगर साबित होगा। 5g का विकास 4g के रास्ते के माध्यम से होगा, अधिकतर टेलिकॉम कंपनिया 4g सिस्टम से सीधे 5g पर नहीं आयेंगे बल्कि 4g से 4.5g से होकर 4.5g pro और फिर अंत मे 5g पर आयेंगे।

 

5G की कुछ प्रमुख विशेषताए:

 

  • इस network से डाउनलोड और अपलोड की स्पीड 4g से बहुत ज्यादा अधिक होगी

  • 5g नेटवर्क की अल्ट्रा-लो-लेटेंसी (विलंब समय) प्रतिक्रिया सबसे कम हैं जो ये रियल टाइम अनुभव होगा.

  • इसकी अधिकतम हाई स्पीड 10 gbps/sec तक हो सकती हैं जो डिवाइस पर निर्भर करता है

  • 5g नेटवर्क से तत्काल कनेक्शन स्थापित करता है इसलिए 5G नेटवर्क base स्टेशनो पर ट्रैफिक लोड कम करता है

  • कम्प्युटर को mobile हैंडसेट द्वारा नियंत्रित कर सकते हैं

  • मल्टिमीडिया, न्यूज़पेपर, टीवी प्रोग्राम आदि को हाई hd क्वालिटी और फास्ट देख पायेंगे

  • उच्च इंटरनेट डाटा ट्रान्सफर की स्पीड और बड़े क्षमता वाली मेमोरी होगी

  • 5g internet अधिक प्रभावी और अधिक आकर्षक होगा

 

5G के कमी (Drawback):

 

  • 5जी technology दूसरे मोबाइल नेटवर्क technology की तुलना में अधिक महंगा होगा

  • 5G नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर को बनाने के लिए बड़ी लागत की जरूरत होगी

  • 5वीं generation के cellular नेटवर्क, पुराने डिवाइस फोंस को सपोर्ट नहीं करेंगे

  • यह टेक्नालजी जिस हाई डाटा स्पीड की दावा कर रही है, उसे प्राप्त करना मुश्किल है

  • 5g नेटवर्क मे सुरक्षा और गोपनीयता की समस्या का हल अभी तक नहीं हुआ है

 

Difference between 1g 2g 3g 4g 5g 

 

Generation

Time Period

Technology

Characteristics

Speed

1G

1980

Analog Signal, AMPS

Voice Only

2.4 Kbps

2G

1991

Digital Signal, GSM/CDMA, 2.5g- GPRS, EDGE

Voice Call, SMS, MMS, Web Browse

64 Kbps

3G

2001

Broadband, WCDMA, CDMA-2000

High-quality audio, video, Security

2 Mbps

4G

2010

LTE, Volte, WiMAX, Wi-fi

High-speed data, Multimedia feature, global mobility

100 Mbps

5G

Now Upcoming

4G+wwww etc

Complete Wireless, AI Capabilities 

1 Gbps

 

Conclusion: निष्कर्ष के तौर पर 1G, 2G, 3G, और 4G नेटवर्क सभी 5G नेटवर्क का नेतृत्व करते हैं, जिसे पहले से कहीं अधिक कनेक्टिविटी और अधिक क्वालिटी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया। अब आप 1G नेटवर्क से लेकर 5G नेटवर्क तक के सफर के बारे में जान चुके हैं और 5G टेक्नालजी के आने का इंतज़ार है। उम्मीद है, Mobile Network Generation या 1g, 2g, 3g, 4g और 5g network का मतलब क्या होता है, ये सब आपको समझ मे आ गया होगा।

 

 

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